Friday, May 21, 2010

Shantee Yaa Sannaata

खुद को सबसे बढ़िया कहने वाले छत्तीसगढ़-राज में हाल में  हुई दो घटनाएँ आँखें खोल देने वाली है.ये दोनों ही घटनाएँ दुर्ग जिले की है और दोनों का संबंध साहू समाज से है .पहली घटना जिले के गुरूर थाना क्षेत्र के चिरकारी गाँव की है .यहाँ के मनोहर की शादी करीब २५ साल पहले हुई थी .उसके चार बच्चे भी हैं .इन्हीं में से एक उसकी बेटी की हाल में शादी क्या हुई,मनोहर और उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ ही टूट पड़ा.दरअसल बेटी के विवाह समारोह के दौरान ये बात सामने आई कि मनोहर और उसकी पत्नी का गोत्र एक ही है इसी आधार पर समाज के लोगों ने कहा कि सगोत्रीय होने के कारण मनोहर और उसकी पत्नी के बीच सिर्फ भाई-बहन का संबंध हो सकता है .समाज ने इसी के साथ उनके २५ वर्ष से जारी वैवाहिक संबंध को ही अवैध करार दे दिया .ये मुद्दा आखिर उस दुखद मोड़ तक जा पहुंचा कि मनोहर की पत्नी को  ग्लानिवश आत्महत्या का रास्ता चुनना पड़ गया .
दूसरी घटना में दुर्ग जिले के और साहू समाज के ही एक युवक व उसके परिवार को इसलिए जात से बाहर कर दिया गया  कि उसने पिता की मौत होने पर अपना सर नहीं मुडवाया.इस युवक का उद्देश्य सिर्फ इतना था कि वह इस अनावश्यक परंपरा और अंधविश्वास के खिलाफ एक मिसाल पेश कर सके.
इन दोनों वारदातों के उजागर होने के बाद भी प्रदेश की किसी पार्टी,किसी नेता या किसी सामाजिक संस्था ने पीड़ितों को न्याय और दोषियों को सजा दिलाने के नाम पर कोई आवाज़ नहीं उठाई है...वाकई कितना बढिया,कितना शांतिप्रिय प्रदेश है अपना ..सवाल ये है कि यदि इसी का नाम शांति है तो सन्नाटा किसे कहते हैं ?

1 comment:

  1. ...इसका नाम "शांति" है और "सन्नाटा" बस्तर में छाया हुआ है ...

    ...जिनको इन प्रश्नों का जवाब देना है वे "मूकवधिर" हो गये हैं ....

    ...बेहद प्रभावशाली व प्रसंशनीय पोस्ट ....

    ...छा गये कौशल भाई !!!

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